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Join date: Jun 15, 2019
Posts (5)
Jul 11, 2023 ∙ 1 min
अनकही बातें
वो अखंड अभिशाप था, हां वो मेरा पाप था ! ना कोई पराकाष्ठा, ना कोई आधार था ! युं तो मैं अभिमानवश, हर पाप से अनजान था ! जब खुली ये नींद...
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Jul 25, 2020 ∙ 1 min
वीर अभिमन्यु
सुर्य तो कोई और था, सुर्य पुत्र तो कोई और था !
अर्जुन तो कोई और था, कर्ण तो कोई और था !
थी मगर उसमें छिपी कहीं, सुर्य किरण कोई और था !
सुभद्
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Jun 26, 2020 ∙ 1 min
दानवीर कर्ण
Neeraj Kumar has keen interest in Hindu Mythology and he loves and write and discuss faiths and delusions about the different religion.
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CLAT Mentor Neeraj Sir
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